Sunday, May 9, 2021

  

एक mAadhaar ऐप से 3 आधारकार्डधारक 

चला सकते हैं काम, लेकिन ये है शर्त

UIDAI ने हर जगह फिजिकल आधार कार्ड साथ लेकर चलने की जरूरत को खत्म करने के लिए जुलाई 2017 में mAadhaar ऐप को लॉन्च किया था.

पिछले साल नवंबर में mAadhaar ऐप का अपडेटेड वर्जन लॉन्च किया गया.


UIDAI ने हर जगह फिजिकल आधार कार्ड साथ लेकर चलने की जरूरत को खत्म करने के लिए जुलाई 2017 में mAadhaar ऐप को लॉन्च किया था. इसकी मदद से आधार कार्ड के डिजिटल वर्जन को स्मार्टफोन में कैरी किया जा सकता है. पिछले साल नवंबर में mAadhaar ऐप का अपडेटेड वर्जन लॉन्च किया गया. mAadhaar ऐप के जरिए डिजिटल आधार एक्सेस करने के लिए उसी मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करना होता है, जो आधार से​ लिंक यानी UIDAI में रजिस्टर है. ऐप को स्मार्टफोन में डाउनलोड कर प्रोफाइल एड करनी होती है.

यहां खास बात यह है कि किसी मोबाइल नंबर पर एक mAadhaar ऐप पर 3 आधार कार्ड प्रोफाइल एड किए जा सकते हैं. एक mAadhaar ऐप पर 3 आधार कार्ड प्रोफाइल एड करने के लिए शर्त यह है कि तीनों आधार कार्ड में वही मोबाइल नंबर रजिस्टर होना चाहिए, जिस पर ऐप इंस्टॉल है. हालांकि एक बार में ऐप पर केवल एक ही आधार एक्टिव रहेगा. mAadhaar ऐप पर प्रोफाइल एड कर कभी भी और कहीं भी आधार कार्ड का डिजिटल वर्जन एक्सेस किया जा सकता है. ऐप पासवर्ड प्रोटेक्टेड होता है.

mAadhaar पर ऐसे एड करें प्रोफाइल

  • ऐप में 12 डिजिट का आधार नंबर डालें या आधार कार्ड को स्कैन करें.
  • सभी जरूरी जानकारी डालकर वेरिफाई पर क्लिक करें. यह स्क्रीन पर सबसे नीचे रहेगा.
  • आपके द्वारा उपलब्ध कराई गई डिटेल्स सही हैं, तो ओटीपी आएगा और ऐप खुद ब खुद ओटीपी रीड कर लेगा.
  • इसके बाद प्रोफाइल एड हो जाएगी.
  • ऐप पर प्रोफाइल देखने के लिए ऐप के होमपेज पर अपनी प्रोफाइल को प्रेस कर प्रोफाइल पासवर्ड डालें. एड्रेस देखने के लिए प्रोफाइल स्क्रीन में प्रोफाइल को फ्लिप करना होगा.

ऐसे डिलीट कर सकते हैं प्रोफाइल

  • एमआधार ऐप पर अपनी प्रोफाइल ओपन कर टॉप राइट में मेन्यू पर क्लिक करें.
  • डिलीट प्रोफाइल विकल्प चुनें.
  • इसके बाद आपकी प्रोफाइल ऐप से डिलीट हो जाएगी.

ध्यान रखें ये प्वॉइंट्स

– mAadhaar ऐप में एक आधार प्रोफाइल एक बार में केवल एक ही डिवाइस पर एक्टिव रह सकती है. अगर समान सिम कार्ड को किसी दूसरे स्मार्टफोन में डाला जाता है तो पुरानी प्रोफाइल पुराने स्मार्टफोन से इनएक्टिव होकर डिलीट हो जाएगी और नई डिवाइस पर ऐप पर नई प्रोफाइल क्रिएट करनी होगी.
– mAadhaar ऑफलाइन नहीं चल सकता है क्योंकि इसे UIDAI से डेटा डाउनलोड करने की जरूरत होती है.
– ऐप पर हाल ही में अपडेटेड आधार डेटा देखने के लिए ‘व्यू अपडेटेड प्रोफाइल’ पर जाना होगा. यह विकल्प टॉप राइट कॉर्नर पर रहता है. सिलेक्ट करने पर ओटीपी आएगा, जो अपने आप फिल हो जाएगा. इसके बाद ओके पर टैप कर अपडेटेड प्रोफाइल देखी जा सकती है.



DigiLocker एप क्या है और इसका उपयोग तथा फायदों की पूरी जानकारी


अपनी पहचान साबित करने के लिए या फिर किसी वस्तु पर हक साबित करने के लिए ना जाने कितने ही कामो के लिए हमें कई प्रकार के दस्तावेजों की समय-समय पर जरूरत पडती रहती हैं.

मगर, अपने साथ इतने सारे दस्तावेजों को रखना असुविधाजनक और सुरक्षा के लिहाज से भी सही नहीं है. और हम गूगल ड्राईव या फिर अन्य क्लाउड-आधारित ऑनलाइन स्टोरेज सर्विसों का भी इस्तेमाल नही कर सकते है. क्योंकि इनकी मान्यता नहीं होती हैं.

इसलिए इन सभी असुविधाओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने अपना खुद का डिजिटल स्टोरेज प्लैटफॉर्म तैयार किया है. जिसे DigiLocker नाम दिया गया हैं.

DigiLocker App Kya Hai Hindi Me
डिजिलॉकर एप क्या है?


डिजिलॉकर क्या है – What is DigiLocker?

DigiLocker एक क्लाउड-आधारित स्टोरेज प्लैटफॉर्म है. जहाँ पर युजर अपने दस्तावेज तथा प्रमाण-पत्र स्टोर कर सकते हैं, शेयर कर सकते हैं तथा वेरिफाई कर सकते हैं.

युजर अपने विभिन्न सरकारी, गैर-सरकारी दस्तावेजों की स्कैन्ड कॉपी यहाँ अपलोड कर सुरक्षित रख सकते हैं. तथा जरूरत पडने इनका डिजिटल संस्करण इस्तेमाल कर सकते हैं.

युजर e-Signed टूल की मदद से अपने सभी द्स्तावेजो एवं प्रमाण-पत्रों को सेल्फ-एटेस्टेड भी कर सकता हैं. और वेरिफिकेशन के लिए संबंधित एंजेसियों को जारी कर सकता हैं.

ध्यान रखें

Indian IT Act, 2000 के अनुसार डिजिलॉकर पर मौजूद दस्तावेज तथा प्रमाण-पत्र कानुनन वैद्य हैं.

अब आपको आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राईविंग लाईसेंस आदि दस्तावेजों को वॉलेट में रखने की कोई जरूरत नहीं है. इन्हे आप अपने घर पर सुरक्षित जगह पर रख सकते है और इनका डिजिटल संस्करण से ही काम चला सकते हैं.

डिजिलॉकर को भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड सूचना प्रोद्योगिकि मंत्रालय (MeitY) द्वारा विकसित किया गया हैं. इस सुविधा का फायदा वेबसाईट और एप के द्वारा लिया जा सकता हैं.

इस प्लैटफॉर्म को डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के तहर शुरु किया गया हैं. इसका उद्देश्य भारत को कागज-रहित अर्थव्यवस्था (Paperless Economy) बनाना है. क्योंकि यह सुविधाजनक और तेज है तथा पर्यावरण हितैशी भी हैं.  

DigiLocker Kaise Kam Karta Hai
डिजिलॉकर का काम करने का तरीका

डिजिलॉकर की मुख्य विशेषताएं – Main Features of DigiLocker

सुविधाजनक – डिजिलॉकर नागरिकों के लिए बेहद सुविधाजनक सेवा हैं. क्योंकि अब इन्हे अपने जेब अथवा बटुए में दस्तावेजों को रखने की जरूरत नहीं हैं. इन्हे अब डिजिटली एक्सेस करना संभव हो गया हैं.

उपलब्धता – यहाँ एक बार दस्वावेज तथा प्रमाण-पत्र अपलोड करने के बाद इन्हे साल के 365 दिन और 24 घंटे कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता हैं. क्योंकि यहाँ उपलब्ध दस्तावेज हमेशा आपके साथ-साथ रहते हैं. यदि आप अपना स्मार्टफोन भूल भी जाते है तब भी इन्हे Log in Details के माध्यम से अन्य स्मार्टफोन अथवा कम्प्युटर के द्वारा आसानी से एक्सेस किया जा सकता हैं.

प्रकृति हितेशी- हम सभी जानते है कि कागज को बनाने के लिए पेड़ों की जरूरत पड़ती हैं. इसलिए यह सुविधा पर्यावरण के लिए लाभदायक साबित हुई हैं. क्योंकि आपको कागजी दस्तावेज रखने की आवश्यकता नही रहती हैं. आप जितनी चाहे डिजिटल कॉपी जारी करवा सकते हैं.

प्रमाणिकता – डिजिलॉकर में दस्तावेज तथा प्रमाण-पत्र संबंधित विभाग, संस्था अथवा एंजेसी द्वारा जारी किये जाते हैं. इनमे युजर अपनी तरफ से कोई कांट-छांट या बदलाव नहीं कर पाता हैं. इसलिए ये दस्तावेज प्रमाणिकरण के लिए वैद्य साबित होते हैं. और इनकी प्रमाणिकता कागजी दस्तावेजों के समतुल्य होती हैं.

ई-हस्ताक्षर – अब सेल्फ-एटेस्टेड का काम भी ऑनलाईन डॉक्युमेंट्स के साथ किया जा सकता हैं. डिजिलॉकर के e-Sign टूल द्वारा युजर आपने हस्ताक्षर कर दस्तावेजों को स्व-प्रमाणित कर सकता हैं.


डिजिलॉकर का उपयोग कैसे करें – How to Use DigiLocker?

DigiLocker सेवा का उपयोग तीन तरीकों से किया जा सकता हैं.

  1. आप डिजिलॉकर कि आधिकारिक वेबसाईट के माध्यम से इस क्लाउड-आधारित सेवा को एक्सेस कर सकते हैं. इस पोर्टल का वेबपता निम्न है:
    https://digilocker.gov.in
  2. यदि आपके पास स्मार्टफोन है तो इसका मोबाईल एप डाउनलोड करके इस सेवा का लाभ लिया जा सकता हैं. डिजिलॉकर एंड्रॉइड तथा आईऑएस के लिए मुफ्त उपलब्ध हैं.
  3. इसके अलावा UMANG App के माध्यम से भी डिजिलॉकर को एक्सेस किया जा सकता है.

डिजिलॉकर पर पंजिकरण कैसे करें – DigiLocker Registration Process

आप चाहे वेबसाईट के माध्यम से एक्सेस करें या फिर मोबाईल एप के द्वारा उपयोग करें. मगर पहले आपको डिजिलॉकर की Aadhar-Based Registration Process पूरी करनी होगी तभी आप अपने दस्तावेज तथा प्रमाण-पत्र अपलोड एवं जारी कर सकते हैं.

डिजिलॉकर पर पंजिकरण करने से पहले निम्न जरूरी बातों का ध्यान अवश्य रखें:

  • आपके पास एक एक्टिव मोबाईल नंबर होना चाहिए. ताकि ओटीपी प्रमाणिकरण पूरा हो सके.
  • अपना आधार कार्ड अपने पास रखे या फिर आधार नंबर याद होने चाहिए.
  • आपका आधार कार्ड मोबाईल नंबर से जुडा हुआ होना चाहिए. अन्यथा आपका प्रमाणिकरण नहीं हो पाएगा.
  • और जो नंबर आधार कार्ड से जुडा हुआ है वह आपके पास एक्टिव उपलब्ध होना चाहिए.

डिजिलॉकर पर पंजिकरण करने का तरीका

Step: #1

सबसे पहले डिजिलॉकर पंजिकरण पोर्टल पर जाएं. और अपना मोबाईल नंबर दर्ज करें.
https://digilocker.gov.in/public/websignup#!

Enter Your Mobile Number to Register on DigiLocker
डिजिलॉकर वेबसाईट पर मोबाईल नंबर दर्ज करने का स्थान

Step: #2

अब आपके मोबाईल नंबर को वेरिफाई करने के लिए एक OTP आएगा. इसे उचित जगह पर लिखे और आगे बढ़े.

Step: #3

इसके बाद डिजिलॉकर के लिए युजरनेम और पासवर्ड बना लें. आपका डिजिलॉकर खाता बन गया हैं.

Create Your DigiLocker Username and Password
डिजिलॉकर युजरनेम और पासवर्ड बनाने के लिए निर्देश

Step: #4

अब आपसे आधार कार्ड प्रमाणिकरण और करवाया जाएगा. इसके लिए आप अपना 12 अंको का आधार नंबर लिखें, शर्तों पर सही का निशान लगाएं और सबमिट करें.

Enter Your Aadhaar Number to Authenticate Yourself
आधार संख्या दर्ज करने के निर्देश दिखाते हुए

Step: #5

आधार कार्ड के साथ रजिस्टर मोबाईल नंबर प्राप्त OTP को लिखकर वेरिफिकेशन पूरा करें.

बधाई हो! अब आप डिजिलॉकर सेवा का उपयोग करने के लिए पूरी तैयार हो गए हैं. लॉग इन करके क्लाउड स्टोरेज का फायदा उठाईयें.


डिजिलॉकर से संबंधित शब्दावली और उनका अर्थ

Issuer – वह संस्था, एंजेसी अथवा व्यक्ति जो e-Documents जारी करता हैं.

Requester – वह संस्था, एंजेसी अथवा व्यक्ति जो e-Documents जारी करने का निवेदन करता हैं.

Resident – वह जो डिजिलॉकर सेवा का उपयोग करता हैं. यानि युजर.

Repository – e-Documents का संग्रह.

Access Gateway – e-Documents को सुरक्षित एक्सेस करने का माध्यम जो URI (Unique Resource Indicator) पर आधारित होता हैं.


डिजिलॉकर कितना सुरक्षित हैं – How Secure is DigiLocker?

यह सवाल आना स्वाभाविक है. जिस तेज गति से साईबर खतरे बढ रहे है. और सूचना की उपलब्धता डिजिटल हो रही हैं. इसलिए डिजिटल प्लैटफॉर्म की सुरक्षा जांच करना हर युजर का दायित्व बन जाता हैं. और एक सुरक्षित प्लैटफॉर्म की उपलब्धता उसका अधिकार भी हैं.

मगर, डिजिलॉकर की सुरक्षा की चिंता करने की कोई जरुरत नहीं हैं. यह एक सुरक्षित और कुशल डिजिलट प्लैटफॉर्म हैं. भारत सरकार द्वारा इसे और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए समय-समय दिशा-निर्देश जारी किये जाते रहते हैं.

इसलिए इसका हर अपडेटेड संस्करण गहन जांच और मानक कोडिंग पर खरा उतरने के बाद ही जारी किया जाता हैं.

डिजिलॉकर की सुरक्षा के लिए निम्न उपाय किये गए हैं.

256 Bit SSL Encryption – डिजिलॉकर पर सूचनाओं का आदान-प्रदान 256 बिट की सेक्योर सॉकेट लेयर (SSL) की कूत तकनीक से होता हैं. यह उपलब्ध Encryption Technology का सबसे सुरक्षित संस्करण हैं.

OTP Based-Registration – इस प्लैटफॉर्म पर केवल Genuine User ही अपना पंजिकरण करा सकता हैं. क्योकि पंजिकरण की पूरी प्रकिर्या मोबाईल-आधारित है जिसे ओटीपी द्वारा प्रमाणित किया जाता हैं.

Aadhar-Based Authentication – डिजिलॉकर पर दस्तावेज तथा प्रमाण-पत्रों को जारी करने के लिए युजर को आधार-आधारित प्रमाणिकरण प्रक्रिया से गुजरना पडता हैं.

ISO 27001 Certified Data Center – युजर का डेटा (दस्तावेज, प्रमाण-पत्र, निजि जानकारी) इंडिया में ISO 27001 के मानस से प्रमाणित डेटा सेंटरों में सुरक्षित रखा जाता हैं. और इसक पर्याप्त बैकअप भी लिया जाता हैं.

Timed Logout – यदि युजर द्वारा एक निश्चित समय तक कोई गतिविधि नहीं की जाती हैं तो डिजिलॉकर प्लैटफॉर्म से उसे स्वत: लॉग आउट कर दिया जाता हैं. अब उसे दुबारा से लॉग इन करना पडेगा तभी उपलब्ध सेवाओं को एक्सेस कर पाएगा.

इनके अलावा कुछ अन्य सुरक्षा मानकों को अपनाया जाता हैं. ताकि नागरिकों को एक सुविधाजनक, तेज और सुरक्षित प्लैटफॉर्म उपलब्ध करवाया जा सके.


आपने क्या सीखा?

इस लेख में हमने आपको डिजिलॉकर प्लैटफॉर्म के बारे में पूरी जानकारी दी हैं. आपने जाना कि डिजिलॉकर क्या है? इसका उपयोग कैसे करते है? इसके खास फीचर भी आपने जाने है. हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.

Sunday, April 11, 2021

 Role of Computer in Education

What is Computer Education?

Gaining basic knowledge as well as skills to operate computers to perform better jobs. Computer education is all about extending to its various branches of study in different fields & sectors.

Computer, along with internet facility is the most powerful device that children can use to learn new skills & abilities in education.

Computer plays a significant role in each n every field of life. They help us in several ways. For example, they find applications in medicine, industrial process, aviation industry, making bills in various big shops & malls, creating presentation slides in application software for making notes & delivering lectures in colleges, universities and a lot more. In short, not only in just one, but the Computer plays an all-rounded role in the field of education of students.

How does Computer help in the education process?

Innovation in Computer technology has a profound impact on education. It forms a part of the school curriculum as it is an essential part of every individual today.  Computer education in schools plays a major noteworthy role in the career development of young children.

Computers in Teaching & Learning Process (CAL)

Being actively used in various educational institutes like schools, colleges & big universities, computers are used to aid the learning process of students. Professors in colleges & teachers in schools take help of audio-visual techniques to prepare lesson plans for children. For this, they use Microsoft PowerPoint to prepare electronic presentations about their lectures.

These electronic presentations can be shown on multimedia and sound projectors in classrooms. It is an interesting and simple method to learn for students. Multimedia (Sight and sound) presentations are easy to deliver for teachers also as these presentations spare a great deal of time and effort.

Research

Computers can be used for online education & research. With the help of the internet, students can find useful information about their projects, assignments and also can take useful help from other researchers as they store & organize their research materials in computers.

Computer-Based Training (CBT)

In CBT (Computer Based Training), various projects & educational programs are prepared or set up with the assistance of expert educators and audio-visual media help. These educational programs are generally set up in the shape of lectures on a specific subject/ topic & are given on CDs. Students can learn when they wish at their homes.

benefits-of-computer-education

Benefits of Computer Education

  • It enhances creativity & thinking skills.
  • Provides efficient & better use of IT Technology.
  • Proves beneficial for career aspiration.
  • Improves research work & helps in communicating with different education providers.
  • Gives instant information on any topic in just a single click, & many more.

Uses of Computer in Education

1. Huge & organized store of information

Vast or Immense storage is yet another main great characteristic of a computer. Students and teachers can download and store a lot of educational materials, books, presentations, lecture/ address notes, question papers, and so on in computers.

Students can find many different ways to solve a certain problem given to them. Through Computer, they can interact with people having same issues & decisions.

2. Quick processing of data

Speed is the fundamental attributes of a computer. We can easily find information with just a single touch of a button.

3. Audio-visual guides in teaching process for a viable learning 

One of the primary uses of computers in education is ‘the Access to the Internet’ for information search about any topic.

Appealing and Better introduction (presentation) of data through applications programming software like Microsoft PowerPoint to introductions for creating splendid presentations for lectures & notes.

4. Parents can know their wards’ progress

The Computer has helped parents & guardians a lot as they can likewise know by checking every minute progress of their children through computers and the web by browsing the school’s website. They can check different assessment results, attendance reports, participation in curricular and co-curricular activities, and significantly more.

5. Quick Communication & Correspondence

Another main advantage of using computers in the education field is the improvement in the quality of teaching-learning process and communication between students & teachers. For this, they use Microsoft PowerPoint to prepare electronic presentations about their lectures.

Computer revolutionizes the way of study while making education smoother and quicker.  It also connects us to different sources, which show us different ways to understand a particular topic or idea.  In general, a computer has helped the education world and also has changed the way we work & learn.

Wednesday, January 4, 2017

                     Importance Of Computer Education


Computer is playing vital role in modern life. Computer education has great importance because use of computer has reached almost all spheres of life.
 
   The modern life of today includes information and contacts with people all over the world. Computer has helped considerably to achieve this. This is possible through computer education when a person knows the use of computer, he can employ in his business, for planning and chalking out programmed. Calculations and statical works. The internet helps to have contact with any one in any part of the world. Today, by the help of internet, business has progressed very much. This is also possible with the knowledge of computer.
     
     Today computer education is must for the job of even an ordinary clerk in the office. The knowledge and use of computer is essential for him. In modern countries the running of trains, machines, the flight of planes, the work in the bank and progress of business, all these are controlled by computer. This is possible only by the knowledge and use of computer. Computer education enables the artist in creating the realistic images. In the field of entertainment too, musicians, having computer education, create multiple voice composition and the play back music with hundreds of variations.

      Not only this, the knowledge of computer helps in domestic work likes making the home budget doing calculations, and playing with confidence.

Wednesday, August 6, 2014